कमाल है

Ashish Malhotra
Jan 28, 2024

--

तुमसे मिलने का है मन

कमाल है ये सितम।

इक वो हैं और ये दूरी

कमाल है ये मजबूरी।

मैं ग़रीब और वो ग़रीब नवाज़

कमाल है ये उनका अंदाज।

उनकी आंखें तीर-सा और ये दिल तीर ब हदफ़

कमाल है ये खेल दिल लगी और बेखुदी हफ़।

उनका यूं नज़रे मिलाना

कमाल है ये दिल टकराना।

उनका यूं सामने आना

कमाल है ये दिल का घबराना।

उनका यूं कयामत ढाना

कमाल है ये नशा चढ़ाना।

उनकी जुल्फों का वो रंग उफ़

कमाल है ये जलवे हदफ़।

--

--

Ashish Malhotra
Ashish Malhotra

Written by Ashish Malhotra

कलाम: संगीत ए दिल

No responses yet