सफर पे निकल तू
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अपने काम को तू इश्क बनाले, इश्क को तू अपना काम बनाले। देख फिर ये समां कैसे है बदलता, शान और रुतबा भी है बढ़ता।
अपने इरादों को मज़बूत बनाले, दिल का तू दरिया बनाले। हौसलों में उड़ान भर ले, दुनिया में तू अपना नाम कर ले।
इश्क में तू ऐसा काम कर ले, खुद से खुद की पहचान कर ले। दिल में तू तूफान भर ले, खुद को तू गु़मनाम कर ले।
है हिम्मत तो खुद का आसमां बनाले, मुश्किलों को यार बनाले। दर्द का तू बाम लगा ले, फैसला तू मज़बूत बना ले। बड़ गया जो तू आगे, फिर करके दिखादे जो है तेरे इरादे।
लाख ज़माना रोके अगर, ज़िद से पीछे तू हटना मत। मत सोच इतना, उड़ बेफिक्र चाहे जितना।ना मिलेगा फिर ये मौका, खोज ले आसमां में जो होगा।
उसको है जो तेरी आस, तू भी उड़ान भर ऊंची आज। मिल जायेगा वो अगर, हो जाएगा पूरा सफर। बस इतना है तुझ को काम करना, रोशन ये जहां है करना।